नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ की शुरुआत की और देश के किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को एक वीडियो संदेश दिया। इस संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कुछ कहा पढ़िये –
‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ देश के किसानों के लिए एक ऐतिहासिक पहल साबित होगी।
2,000 से अधिक टीमें गांव-गांव पहुंचेंगी
इस अभियान के तहत देश के 700 से अधिक जिलों में, वैज्ञानिकों, कृषि विशेषज्ञों, अधिकारियों और प्रगतिशील किसानों की 2,000 से ज्यादा टीमें अगले 12 से 15 दिनों तक गांव-गांव जाकर किसानों से सीधा संवाद करेंगी। ये टीमें न सिर्फ वैज्ञानिक जानकारी साझा करेंगी, बल्कि किसानों के सवालों का जवाब भी देंगी और उनकी समस्याओं को समझेंगी।
कृषि को आधुनिक बनाना है समय की मांग: PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत की कृषि राज्य का विषय रही है, लेकिन समय की मांग है कि अब हम इसमें सामूहिक राष्ट्रीय दृष्टिकोण लाएं।”
उन्होंने ज़ोर दिया कि अब केवल पैदावार बढ़ाना ही उद्देश्य नहीं है, बल्कि बाजार, ग्राहक की पसंद, जलवायु परिवर्तन, और टेक्नोलॉजी जैसे मुद्दों को ध्यान में रखते हुए कृषि की रणनीति को आधुनिक और टिकाऊ बनाना होगा।
लैब से लैंड तक – वैज्ञानिक सीधे खेतों में
मोदी ने बताया कि देश की प्रयोगशालाओं में वर्षों से हो रही कृषि शोध को अब खेतों तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने इसे “लैब से लैंड” की क्रांति बताया। वैज्ञानिकों की टीमें किसानों को डेटा-संग्रह, मिट्टी की सेहत, सही फसल चयन, कम लागत में अधिक उत्पादन जैसे विषयों पर गहन जानकारी देंगी।
स्वीट रिवॉल्यूशन, गोबरधन और श्री अन्न पर भी जोर
प्रधानमंत्री ने किसानों को आय के वैकल्पिक स्रोत अपनाने के लिए प्रेरित किया, जैसे:
- मेड़ों पर सोलर पैनल लगाना
- मधुमक्खी पालन (स्वीट रिवॉल्यूशन)
- गोबरधन योजना के ज़रिए कचरे से कमाई
- श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती और वैल्यू एडिशन
उन्होंने कहा कि “अब वो पशु भी कमाई का जरिया बन सकते हैं जो दूध नहीं देते!”
“किसान सवाल पूछें, वैज्ञानिक जवाब दें” – मोदी की अपील
प्रधानमंत्री ने किसानों से आग्रह किया कि जब टीमें गांव आएं तो खुलकर सवाल पूछें, जिज्ञासु बनें।
साथ ही उन्होंने वैज्ञानिकों और कर्मचारियों से कहा कि यह सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, “देश सेवा का मिशन” है। किसानों के हर सुझाव और सवाल को गंभीरता से लेना होगा।
‘विकसित भारत’ की नींव – ‘विकसित कृषि’
मोदी ने कहा कि अगर भारत को विकसित बनाना है, तो कृषि को भी विकसित बनाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि यह अभियान भारत की खेती को 21वीं सदी की ज़रूरतों के अनुकूल बनाने का संकल्प है।
जानकारों की मानें तो देशभर के किसानों के लिए ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ देश की कृषि व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।