विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायरनमेंटल साइंस (AIES), एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा में पर्यावरण संरक्षण को समर्पित कार्यक्रम संपन्न हुआ। उत्साह और जागरूकता से भरे इस आयोजन में देश के शीर्ष पर्यावरण विशेषज्ञों ने जलवायु परिवर्तन और प्रकृति संरक्षण के लिए प्रेरक विचार साझा किए। पौधरोपण, विचार-विमर्श, और छात्रों की रचनात्मक प्रस्तुतियों ने समारोह को यादगार बनाया।
समारोह में नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलोजी के निदेशक डॉ. ओ. पी. मिश्रा ने भूकंपीय गतिविधियों और पर्यावरण संतुलन पर जोर दिया। डॉ. चिराश्री घोष (दिल्ली यूनिवर्सिटी) ने वायु प्रदूषण के बढ़ते खतरे और इसके समाधान सुझाए। प्रो. डॉ. लक्ष्मी कुमार टी.वी. (जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी) ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सामुदायिक जागरूकता की वकालत की। प्रो. डॉ. संजय सिंह (एमिटी) ने आयुर्वेद और पर्यावरण के बीच गहरा रिश्ता उजागर किया। एमिटी की कुलपति प्रो. डॉ. बलविंदर शुक्ला ने पर्यावरण शिक्षा को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई।
समारोह की मुख्य झलकियाँ
- पौधरोपण अभियान: परिसर में सैकड़ों पौधे लगाए गए, छात्रों ने लिया संरक्षण का संकल्प।
- चर्चा सत्र: विशेषज्ञों ने जलवायु परिवर्तन और सतत विकास पर विचार-मंथन किया।
- छात्रों की पहल: पोस्टर प्रदर्शनी और पर्यावरण थीम पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ।
प्रो. डॉ. डी. के. बंद्योपाध्याय, नेचुरल रिसोर्सेज और एनवायर्नमेंटल साइंसेज के मेंटर, ने तकनीक और पर्यावरण संरक्षण के तालमेल पर बल दिया। डॉ. रेनू धुप्पर, असिस्टेंट डायरेक्टर, ने आयोजन की सफलता के लिए सभी का आभार जताया। समारोह में छात्रों ने पर्यावरण शपथ लेकर हरित भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाने का वादा किया। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण के प्रति एमिटी की प्रतिबद्धता और युवा पीढ़ी के उत्साह का प्रतीक बना।