मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना के तहत ऐलान किया है कि अब किसान सौर ऊर्जा के ज़रिए बिजली उत्पादन करेंगे, और उनकी अतिरिक्त बिजली को सरकार खरीदेगी। इस योजना से किसान न केवल मुफ्त और सस्ती बिजली का लाभ उठाएंगे, बल्कि बिजली बेचकर मालामाल भी होंगे।
10 जून को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना समिट में सीएम यादव ने इस महत्वाकांक्षी योजना का रोडमैप पेश किया। समिट में 350 से अधिक निवेशकों ने हिस्सा लिया, और योजना में 20,000 करोड़ रुपये के निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ। सीएम ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक 500 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन के सपने को मध्य प्रदेश साकार करेगा। सूर्य मित्र योजना से किसान ऊर्जा दाता बनेंगे और प्रदेश सौर क्रांति का नेतृत्व करेगा!”
सूर्य मित्र योजना: किसानों के लिए वरदान
सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना का उद्देश्य मध्य प्रदेश को देश का पहला ऐसा राज्य बनाना है, जहाँ सभी कृषि फीडर सौर ऊर्जा से संचालित हों। यह योजना PM कुसुम योजना के तहत चल रही है, जिसमें छोटे निवेशकों और किसानों को प्राथमिकता दी जा रही है। योजना के प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
- मुफ्त और सस्ती बिजली: किसान सौर पैनल लगाकर दिन में मुफ्त बिजली से सिंचाई और अन्य कृषि कार्य कर सकेंगे, जिससे बिजली बिल का बोझ खत्म होगा।
- बिजली बेचकर कमाई: अतिरिक्त बिजली को सरकार 25 वर्षीय पावर परचेज़ एग्रीमेंट (PPA) के तहत खरीदेगी, जिससे किसानों को नियमित आय होगी।
- 32 लाख सोलर पंप: अगले तीन वर्षों में 32 लाख किसानों को 90% तक सब्सिडी पर सोलर पंप दिए जाएंगे।
- 20,000 करोड़ का निवेश: योजना से रोज़गार सृजन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।
- तकनीकी उन्नति: 8,000 कृषि फीडरों को सौर ऊर्जा से जोड़ा जाएगा, जिससे लो वोल्टेज और बिजली कट की समस्या खत्म होगी।
किसानों की बदलेगी तस्वीर
नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने बताया, “सूर्य मित्र योजना पर्यावरण संरक्षण और किसानों की समृद्धि का अनूठा संगम है। मध्य प्रदेश पहले ही PM कुसुम योजना में तीसरे स्थान पर है, और अब हम नंबर वन बनने की ओर अग्रसर हैं।” योजना के तहत 14,500 मेगावाट की सौर परियोजनाओं के लिए निविदाएँ जारी की जा चुकी हैं, और 7 वर्षों तक 3% ब्याज छटट के साथ ऋण की सुविधा दी जाएगी।
रीवा, नीमच, और महेश्वर में सौर परियजनों ने पहले ही मध्य प्रदेश को ऊर्जा सरप्लस बनाया है। अब सूर्य मित्र योजना के ज़रिए ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा की क्रांति आएगी। इंदौर के किसान रमेश पटेल कहते हैं, “पहले बिजली कट से फसल बर्बाद हो जाती थी। अब सस्ती बिजली और कमाई का मौका मिलेगा, ये योजना हमारी जिंदगी बदल देगी!”
सौर ऊर्जा का सूरज उड़ेगा
सीएम मोहन यादव ने सूर्य को अनंत ऊर्जा का स्रोत बताते हुए कहा, “हमारी सनातन संस्कृति में सूर्य प्रकाश और जीवन का प्रतीक है। सूर्य मित्र योजना से हम इस ऊर्जा को हर खेत तक पहुँचाएंगे।” योजना से न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि कोयले का उपयोग कम होगा, जिससे पर्यावरण को भी लाभ होगा।
मध्य प्रदेश सरकार का यह कदम किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। अधिक जानकारी के लिए मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम की वेबसाइट mpenergy.nic.in पर जाएँ।