IMD के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि कुछ इस प्रकार रहेंगी कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश और कुछ स्थानों पर अति भारी बारिश की संभावना है।
लक्षद्वीप, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
उत्तर प्रदेश, उत्तर मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्व राजस्थान में धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश और गरज-चमक की गतिविधियां हो सकती हैं।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ एक-दो मध्यम बौछारें हो सकती हैं।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक की गतिविधियां हो सकती हैं।
राजस्थान के कई हिस्सों में भीषण लू की स्थिति रही।
दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा के कुछ हिस्सों और राजस्थान में लू की स्थिति बनी रही।
मानसून अपडेट: दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 2 से 3 दिनों में केरल पहुंच सकता है।
पूर्वी मध्य अरब सागर में दक्षिण कोंकण-गोवा तट के पास एक निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है। इसके उत्तर दिशा में बढ़ने और 23 मई तक एक दबाव (डिप्रेशन) में बदलने की संभावना है।
पूर्वी मध्य अरब सागर में बने निम्न दबाव क्षेत्र से संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ उत्तर तेलंगाना तक समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी की ऊँचाई तक फैला हुआ है।
पंजाब और उससे सटे इलाकों में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिणपूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर स्थित है।
पंजाब के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण से मध्य प्रदेश तक, दक्षिण हरियाणा होते हुए, एक ट्रफ रेखा बनी हुई है।
पूर्वोत्तर असम के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण स्थित है।
पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर 27 मई के आसपास एक निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है, जो 29 मई तक और अधिक प्रभावशाली हो सकता है।