भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में मौसम को लेकर महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। असम और मेघालय में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है, जबकि कई राज्यों में आंधी, बिजली और तेज हवाओं का खतरा मंडरा रहा है। तटीय क्षेत्रों में गर्म और आर्द्र मौसम के साथ समुद्री तूफानों की संभावना ने मछुआरों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है।
मौसम की प्रमुख चेतावनियाँ:
- भारी से बहुत भारी बारिश:
- असम और मेघालय में कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना।
- अरुणाचल प्रदेश, केरल, माहे, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, और सिक्किम में भारी बारिश का अलर्ट।
- आंधी और बिजली का प्रकोप:
- बिहार, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, और सिक्किम में 50-60 किमी/घंटा की गति से आंधी की चेतावनी।
- असम, मेघालय, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तराखंड, राजस्थान, और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में 40-50 किमी/घंटा की तेज हवाओं के साथ बिजली।
- केरल, माहे, पंजाब, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, विदर्भ, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, और दिल्ली में 30-40 किमी/घंटा की हवाओं के साथ गरज और बारिश।
- अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, और कराईकल में बिजली के साथ गरज और बारिश की आशंका।
- गर्म और आर्द्र मौसम:
- पश्चिम बंगाल (गंगा के तटवर्ती क्षेत्र), ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी, और कराईकल में गर्म और नम मौसम की स्थिति।
- तटीय क्षेत्रों में तूफानी हवाएँ:
- सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य अरब सागर में 45-55 किमी/घंटा की तूफानी हवाएँ, जो 65 किमी/घंटा तक पहुँच सकती हैं।
- केरल, कर्नाटक तट, लक्षद्वीप, उत्तरी तमिलनाडु तट, और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में 35-55 किमी/घंटा की हवाएँ।
- मछुआरों के लिए सलाह: समुद्र में प्रवेश न करें, क्योंकि मौसम खतरनाक हो सकता है।
सावधानियाँ और सुझाव:
IMD ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे मौसम चेतावनियों का पालन करें। बिजली और आंधी के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें, और पेड़ों या खुले क्षेत्रों में जाने से बचें। किसानों को फसलों को आंधी और बारिश से बचाने के लिए जल निकास और सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी गई है। तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।
यह मौसम अलर्ट किसानों, मछुआरों, और आम नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है, ताकि वे समय रहते सावधानी बरत सकें। स्थानीय प्रशासन को भी बाढ़ और अन्य आपदाओं से निपटने के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है।