केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को मध्य प्रदेश के सीहोर जिले से विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया। यह यात्रा सीहोर-विदिशा संसदीय क्षेत्र के लाड़कुई, भादाकुई, और छींदगांव गांवों में आयोजित की गई, जहां मंत्री ने ग्रामीण विकास, खेती, और स्वरोजगार को बढ़ावा देने वाली योजनाओं पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय हितग्राहियों, किसानों, लाड़ली बहनों, और लखपति दीदियों से संवाद किया, साथ ही सरकारी योजनाओं के लाभ और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला।
विकसित भारत का सपना: हर गांव हो समृद्ध
शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का विकसित भारत का संकल्प मेरे लिए एक मंत्र है। लेकिन भारत तब तक विकसित नहीं बन सकता, जब तक हमारा हर गांव विकसित न हो। विकसित भारत का मतलब है- हर गांव में सड़क, बिजली, और पानी का जाल हो, खेती उन्नत हो, हर परिवार रोजगार से जुड़ा हो, कोई भूखा न सोए, और इलाज की बेहतर सुविधाएं हों।”
उन्होंने आगे कहा, “विकसित भारत का मतलब सिर्फ पुल, स्कूल, या अस्पताल नहीं है। यह एक ऐसा भारत है जहां मानवीय गरिमा का सम्मान हो, गरीब साधनों से जुड़े हों, और हमारी बहनें शौर्य और स्वाभिमान के साथ अपनी जिंदगी जी सकें। इसके लिए हमें सबको मिलकर प्रयास करना होगा। हर व्यक्ति को सोचना चाहिए कि मैं अपने गांव को विकसित करने के लिए क्या योगदान दे सकता हूँ। गांव स्वच्छ हों, पानी का संरक्षण हो, स्कूल और आंगनवाड़ी बेहतर हों, महिलाओं के सेल्फ हेल्प ग्रुप हों, जो उनकी आय बढ़ाएं और रोजगार के साधन पैदा करें। बच्चों का टैलेंट बढ़े, वे लगातार प्रगति करें।”
विकसित भारत संकल्प यात्रा: ग्रामीण विकास पर फोकस
यात्रा के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के हितग्राहियों से मुलाकात की। लाड़कुई में उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, वन विभाग, और आदिम जाति कल्याण की योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत की। भादाकुई और छींदगांव में जैविक खेती, वाणिज्यिक खेती, उद्यानिकी, और स्वरोजगार के अवसरों पर चर्चा हुई।
उन्होंने कहा, “यह यात्रा एक अलग उद्देश्य के साथ शुरू की गई है। इस दौरान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के महानिदेशक, वरिष्ठ अधिकारी, और ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक भी हमारे साथ हैं। ये वैज्ञानिक खेतों में जाकर किसानों से बात करेंगे, उन्हें अनुसंधान की जानकारी देंगे, और उनकी समस्याओं का समाधान सुझाएंगे। हम जनजातीय समुदायों, सेल्फ हेल्प ग्रुप्स, और नौजवानों से भी चर्चा करेंगे। सभी से बातचीत के बाद हम यह तय करेंगे कि आगे और क्या बेहतर किया जा सकता है।”
29 मई से ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ की शुरुआत
शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि 29 मई 2025 से विकसित कृषि संकल्प अभियान शुरू होगा, जिसका उद्देश्य खेती को लाभकारी बनाना और आधुनिक तकनीक को खेतों तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा, “कृषि और किसान कल्याण प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस अभियान के तहत 2170 वैज्ञानिक टीमें बनाई जाएंगी, जिनमें प्रत्येक टीम में 3-4 वैज्ञानिक होंगे। ये टीमें गांव-गांव जाएंगी और स्थानीय मिट्टी, जलवायु परिवर्तन, कीट प्रकोप, और फसलों की जरूरतों को समझकर किसानों को सलाह देंगी।”
इस अभियान में वैज्ञानिक किसानों को यह बताएंगे कि उनके क्षेत्र में कौन सी फसल और बीज उपयुक्त हैं, कितना और कौन सा खाद डालना चाहिए, और वायरस या कीटों से फसलों को कैसे बचाया जा सकता है। साथ ही, किसानों से उनकी समस्याएं सुनकर अनुसंधान की दिशा भी तय की जाएगी। मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री जी का सपना है ‘लैब टू लैंड’—अनुसंधान को खेतों तक ले जाना। यह अभियान विकसित भारत के लिए एक कदम है।”
किसानों और ग्रामीणों के साथ संवाद
यात्रा के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कई ग्रामीण समुदायों से मुलाकात की। उन्होंने लाड़ली बहना योजना और लखपति दीदी अभियान की लाभार्थी महिलाओं से बातचीत की और उनके अनुभव सुने। इसके अलावा, उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं, जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, के हितग्राहियों से भी संवाद किया। उन्होंने कहा, “हमारी जनता के लिए सबसे अच्छा करने की तड़प है। जनता, नेता, और प्रशासन मिलकर गंभीर चर्चा करेंगे, ताकि विकास का यह सिलसिला आगे बढ़े।”
विकसित भारत के लिए सामूहिक प्रयास
शिवराज सिंह चौहान ने जोर देकर कहा कि विकसित भारत का सपना केवल सरकार या नेताओं के भरोसे नहीं साकार हो सकता। इसके लिए हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने कहा, “विकसित भारत के लिए गांव और शहर का हर व्यक्ति गंभीर हो। हमें यह सोचना होगा कि हम अपने गांव और क्षेत्र को कैसे विकसित कर सकते हैं। स्वच्छता, पानी का संरक्षण, बेहतर स्कूल, और रोजगार के साधन—इन सब पर ध्यान देना होगा।”