क्या आपने कभी किसी केंद्रीय मंत्री को खेतों में खाट पर बैठकर किसानों की बात सुनते देखा? ऐसा दृश्य हाल ही में देहरादून के डोईवाला ब्लॉक में पाववाला सौड़ा गांव में देखने को मिला। यहाँ केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत आयोजित किसान चौपाल में न सिर्फ किसानों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनीं, बल्कि उत्तराखंड को बागवानी का राष्ट्रीय हब बनाने का बड़ा ऐलान भी किया।
किसानों के बीच, किसानों के लिए
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मैं खुद किसान परिवार से हूं, आपका दर्द मेरा दर्द है,” चौहान ने खेतों में खाट पर बैठकर दिल से दिल की बात कही। उन्होंने किसानों से सीधा संवाद किया और सरकार की योजनाओं का जमीनी हकीकत परखी। यह चौपाल न सिर्फ किसानों की आवाज को मंच दे रही थी, बल्कि उनकी मेहनत को नई दिशा देने का वादा भी कर रही थी।
उत्तराखंड बनेगा हार्टिकल्चर का चमकता सितारा
कृषि मंत्री ने ऐलान किया कि केंद्र और उत्तराखंड सरकार मिलकर राज्य को बागवानी (हार्टिकल्चर) का राष्ट्रीय हब बनाएंगे। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड के फल, अनाज और सब्जियां अपनी गुणवत्ता के लिए अनोखे हैं। इनमें वैश्विक बाजार में धूम मचाने की ताकत है।” बागवानी को बढ़ावा देकर न सिर्फ किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि उत्तराखंड का नाम विश्व पटल पर चमकेगा।
प्राकृतिक खेती और तकनीक का नया दौर
चौहान ने प्राकृतिक खेती, आधुनिक तकनीकों और जल संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि सरकार किसानों को नई तकनीकों से लैस करेगी। इसके साथ ही, उनके उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाने के लिए मजबूत रास्ते बनाए जाएंगे। “हमारा लक्ष्य है कि खेती न सिर्फ टिकाऊ हो, बल्कि हर किसान के लिए मुनाफे का सौदा बने,” उन्होंने जोड़ा।
किसानों का उत्साह, भविष्य की उम्मीद
इस किसान चौपाल ने न सिर्फ किसानों की समस्याओं को सुना, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए नया जोश भी दिया। चौहान का यह दौरा और उनका खेतों में खाट पर बैठकर संवाद करना इस बात का प्रतीक है कि सरकार किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार है। उत्तराखंड के अन्नदाता अब नई तकनीकों और बागवानी की ताकत के साथ खेती को नई ऊंचाइयों तक ले जाने को बेताब हैं।
(स्रोत: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय)