तेलंगाना के खेतों से उठ रही है समृद्धि की नई लहर, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तेलंगाना के किसानों की मेहनत को सलाम करते हुए ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का वादा किया। मिर्च, पाम ऑयल और श्री अन्न की खेती से किसानों की जेबें भर रही हैं, और अब केंद्र सरकार की नई योजनाएँ उनकी कमाई को और बढ़ाने को तैयार हैं।
तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले के मनसनपल्ली और रामचंद्रगुडा गांवों में किसानों की चौपाल में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के साथ दिल खोलकर बात की। ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के 12वें दिन किसानों ने बताया कि एकीकृत खेती और फसल विविधिकरण ने उनकी आय को दोगुना कर दिया है। एक किसान ने तो एक एकड़ में मिर्च और पाम ऑयल की खेती से 3 लाख रुपये का मुनाफा कमाने की बात साझा की, जिसे सुनकर शिवराज ने तालियाँ बजाईं।
कृषि: अर्थव्यवस्था की रीढ़, किसान उसकी आत्मा
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहाँ किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि, “कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और आप किसान इसकी आत्मा हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा मिशन है कि हर किसान समृद्ध बने।” उन्होंने बताया कि इस साल कृषि क्षेत्र की विकास दर 5.4% रही, और गेहूं-चावल के रिकॉर्ड उत्पादन ने देश के अन्न भंडारों को भर दिया। लेकिन अभी और आगे जाना है—खाद्य सुरक्षा, उचित दाम, पोषणयुक्त आहार और मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखना उनकी चार प्राथमिकताएँ हैं।
विकसित कृषि संकल्प अभियान: लैब से खेत तक
‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत 16,000 वैज्ञानिकों की 2,170 टीमें गांव-गांव जाकर किसानों को नई तकनीकों और फसलों की जानकारी दे रही हैं। शिवराज ने कहा, “किसान ही असली वैज्ञानिक हैं। वैज्ञानिकों को उनकी समस्याएँ सुनकर शोध को दिशा देनी होगी।” तेलंगाना में पाम ऑयल और मोटे अनाज (श्री अन्न) की खेती को बढ़ावा देने के लिए भारतीय श्री अन्न अनुसंधान संस्थान को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का वादा किया गया।
पाम ऑयल और मिर्च की खेती: नया मुनाफा
रंगारेड्डी के किसानों ने पाम ऑयल, पपीता, मिर्च और फूलों की खेती में नवाचार किए हैं। एक किसान ने बताया कि एकीकृत खेती से उनकी आय में भारी उछाल आया है। शिवराज ने पाम ऑयल की खेती पर अनुसंधान को तेज करने का निर्देश दिया, ताकि तेलंगाना आयातित तेल पर निर्भरता कम कर सके। उन्होंने कहा, “पाम ऑयल और मिर्च जैसी फसलें छोटे जोत वाले किसानों के लिए गेम-चेंजर हैं।”
बाजार हस्तक्षेप योजना: टमाटर, आलू, प्याज को मिलेगा दाम
किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने बाजार हस्तक्षेप योजना (MIS) शुरू की है। इसके तहत टमाटर, आलू और प्याज के किसानों को दूसरे राज्यों में बिक्री के लिए परिवहन लागत सरकार वहन करेगी। साथ ही, भंडारण की सुविधा भी दी जाएगी। शिवराज ने कहा, “छोटे किसानों की जेबें भरना हमारा लक्ष्य है। एकीकृत खेती के मॉडल और अनुसंधान से हम इसे हकीकत बनाएंगे।”
तेलंगाना के किसानों की तारीफ
मंगलपल्ली, इब्राहिमपट्टनम में आयोजित कार्यक्रम में शिवराज ने किसानों के नवाचारों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “पाम और पपीते की मिश्रित खेती, टमाटर की उन्नत किस्में और नर्सरी तैयार करने का आपका जज़्बा काबिल-ए-तारीफ है।” उन्होंने किसानों से अपील की कि वे श्री अन्न और जैविक खेती को अपनाएँ, ताकि वैश्विक बाजार में तेलंगाना की पहचान बने।
मोदी सरकार का वादा
कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के पहले साल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा, “मोदी जी के नेतृत्व में हम दिन-रात किसानों की उन्नति के लिए काम कर रहे हैं। नीतियाँ ऐसी होंगी कि हर किसान को उसकी मेहनत का पूरा फल मिले।” इस मौके पर केंद्रीय राज्य कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी, तेलंगाना के कृषि मंत्री तुम्मला नागेश्वर राव, सांसद और ICAR के महानिदेशक डॉ. एम एल जाट भी मौजूद रहे।