प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की 20वीं किस्त 2 अगस्त को देशभर के किसानों के खातों में जारी की जाएगी। इस महत्वपूर्ण घोषणा से पहले, आज नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में कार्यक्रम की तैयारियों की गहन समीक्षा की गई, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस योजना का अधिकतम लाभ देश के हर पात्र किसान तक सुगमता से पहुँचे। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम का नेतृत्व स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से करेंगे।
देशव्यापी भागीदारी सुनिश्चित करने पर ज़ोर
बैठक के दौरान, कृषि मंत्री श्री चौहान ने उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राष्ट्रीय, राज्य, ज़िला और ग्राम स्तर पर किसानों को इस कार्यक्रम से व्यापक रूप से जोड़ा जाए। उन्होंने इस किस्त के वितरण को एक सामान्य घटना के बजाय एक राष्ट्रव्यापी अभियान के रूप में आयोजित करने का आह्वान किया। श्री चौहान ने देश के कोने-कोने के सभी किसानों से इस गरिमापूर्ण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लेने का भी विशेष आग्रह किया, ताकि वे सीधे इस महत्वपूर्ण पहल का हिस्सा बन सकें।
किसानों के सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर
कृषि मंत्री ने रेखांकित किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, पीएम-किसान योजना किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुई है। इस योजना के अंतर्गत, पात्र किसानों को प्रति वर्ष तीन समान किस्तों में छह-छह हज़ार रुपये (कुल ₹6,000) सीधे उनके बैंक खातों में हस्तांतरित किए जा रहे हैं। प्रत्येक किस्त हर चार महीने के अंतराल पर जारी की जाती है, जो किसानों को उनकी छोटी-मोटी ज़रूरतों को पूरा करने और कृषि गतिविधियों में सहायता प्रदान करने में मदद करती है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में, देश भर के 731 कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रमुखों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के वरिष्ठ अधिकारियों और विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों के निदेशकों व कुलपतियों ने वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। यह व्यापक भागीदारी इस बात को दर्शाती है कि सरकार किसानों के कल्याण के प्रति कितनी प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करना चाहती है कि पीएम–किसान योजना का लाभ सभी पात्र किसानों तक पहुंचे।