किसानों की समस्याओं का हो तत्काल समाधान: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए सख्त निर्देश, बनाई सीधी व्यवस्था
नई दिल्ली, 19 अगस्त 2025: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की शिकायतों के समाधान के लिए एक पारदर्शी और प्रभावी व्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने आज नई दिल्ली के कृषि भवन में एक उच्च-स्तरीय बैठक की, जहाँ कृषि मंत्रालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के विभिन्न पोर्टल्स और कॉल सेंटर्स पर आ रही किसानों की शिकायतों की समीक्षा की गई। मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सिर्फ़ योजनाएँ बनाना ही पर्याप्त नहीं है, उनका उचित कार्यान्वयन और किसानों की संतुष्टि ही सरकार का मुख्य ध्येय होना चाहिए।
संतुष्टि ही हमारा मुख्य ध्येय: शिवराज सिंह
बैठक में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों की जो भी समस्याएँ विभिन्न डिजिटल माध्यमों से उन तक पहुँच रही हैं, उनका समय पर और उचित निराकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “समस्याओं के तत्काल और उचित निराकरण से ही किसानों में भरोसा कायम रहेगा।” उन्होंने अधिकारियों को ऐसी व्यवस्था बनाने के लिए कहा, जो सरल और मजबूत हो, ताकि किसान भाई-बहनों को यह विश्वास हो कि उनकी समस्याओं का निदान ज़रूर होगा। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने इसी तरह की एक व्यवस्था बनाई थी, जिसके बेहद सकारात्मक परिणाम देखने को मिले थे। अगले सप्ताह वे इन शिकायतों की फिर से विस्तारपूर्वक समीक्षा करेंगे और समय-समय पर खुद किसानों से भी बात करेंगे ताकि उनकी संतुष्टि सुनिश्चित हो सके।
नकली खाद-बीज पर सख्त कार्रवाई का रुख
नकली खाद, बीज और कीटनाशकों की बिक्री को लेकर केंद्रीय मंत्री ने एक बार फिर अपना सख्त रुख दोहराया। उन्होंने इस गंभीर समस्या के संबंध में सिलसिलेवार बैठकें ली हैं और अधिकारियों को आकस्मिक छापेमारी के लिए भी निर्देशित किया है। हाल ही में, मध्य प्रदेश के रायसेन ज़िले में जिस कीटनाशक के प्रयोग से किसान की फसल बर्बाद हो गई थी और जिसका स्वयं शिवराज सिंह चौहान ने निरीक्षण किया था, उस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही, केंद्र के कृषि विभाग ने राज्य सरकार को संबंधित कंपनी का लाइसेंस निलंबित करने के लिए भी कहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे लगातार किसानों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। ‘देशव्यापी विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के दौरान भी उन्होंने सीधे संवाद के माध्यम से किसानों की समस्याओं को जाना था। उन्होंने सभी किसान भाई-बहनों से अपील की है कि वे अपनी शिकायतें किसान कॉल सेंटर के टोल-फ्री नंबर 18001801551 पर दर्ज कराएँ।
इस महत्वपूर्ण बैठक में कृषि मंत्रालय के सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी सहित मंत्रालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने केंद्रीय मंत्री को विभिन्न मुद्दों पर जानकारी दी और अपने सुझाव रखे।





