नागपुर के धापेवाड़ा स्थित भक्ति फार्म में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की पत्नी, श्रीमती कांचन गडकरी ने एक अनूठी मल्चिंग पेपर तकनीक का इस्तेमाल कर 1 किलो तक वजन वाले ऑर्गेनिक प्याज का सफल उत्पादन किया है। इस प्रयोग से न सिर्फ किसानों को प्रेरणा मिली है, बल्कि ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने में भी मदद मिली है।
सोशल मीडिया पर शेयर की एक वीडियो में बताया गया है कि, इस प्रक्रिया की शुरुआत नीदरलैंड से लाए गए विशेष प्याज के बीजों से हुई, जो सेमिनिस क्लॉज़ कंपनी द्वारा प्रदान किए गए थे। इन बीजों से लगभग 2.5 किलो बीज एक एकड़ खेत में लगाए गए। पहले 45 दिनों तक नर्सरी तैयार की गई, जिसे अच्छी तरह से संरक्षित रखा गया। इसके बाद ट्रांसप्लांटेशन की प्रक्रिया हुई, जहां प्रत्येक बेड में डबल ड्रिप सिंचाई सिस्टम का इस्तेमाल किया गया।
साथ ही मल्चिंग पेपर का प्रयोग किया गया था, जो एक 25 माइक्रोन की प्लास्टिक फिल्म है, जमीन पर बिछाया गया और इसमें छेद किए गए, जहां पौधे फंस गए। इस खास तकनीक के बहुत से फायदे हैं, जैसे यह मिट्टी की नमी को बनाये रखती है, खरपतवार उगने से रोकती है , तापमान को बनाए रखना और मिट्टी के तापमान को संतुलित रखना। लगभग 24,000 प्याज के पौधे इस मल्चिंग पेपर में ट्रांसप्लांट किए गए, जो ड्रिप सिंचाई के माध्यम से माइक्रो और बायो न्यूट्रिएंट्स से सप्लाई किए गए।
इस प्रयोग से प्रति एकड़ 12-13 टन प्याज का उत्पादन हुआ, वह भी ऑर्गेनिक तरीके से। हर प्याज का वजन 400 ग्राम से 800 ग्राम तक था, और मृत्यु दर 7-10% रही, जो किसानों के अनुसार काफी कम है। यह पूरी प्रक्रिया एक स्थिर SOP के माध्यम से की गई, जिसमें उर्वरक प्रबंधन, पोषक तत्वों की आपूर्ति और स्प्रे आदि शामिल थे।
श्रीमती कांचन गडकरी ने कहा, “हमारा उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ना है, ताकि उनकी उत्पादन क्षमता बढ़े और फसलों को उचित कीमत मिले। अगर कोई किसान इस तरह की ऑर्गेनिक प्याज की खेती करना चाहता है, तो हम उन्हें पूरी तरह से सहायता प्रदान कर सकते हैं।”
इस सफल प्रयोग से न सिर्फ स्थानीय किसानों को प्रेरणा मिली है, बल्कि यह ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने में भी एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।