भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 9 जून 2025 के लिए देशभर में मौसम का ताजा हाल जारी किया है। तटीय आंध्र से लेकर दिल्ली के आसमान तक, भारी बारिश, धूल भरी आंधी, लू और बिजली का तांडव देखने को मिल सकता है।
इन राज्यों में बरसेगा मानसून
IMD ने चेतावनी दी है कि तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में आज आसमान खुलकर बरसेगा। भारी बारिश की संभावना से खेतों में हरियाली की उम्मीद तो जागी है, लेकिन जलभराव का खतरा भी मंडरा रहा है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश, और आंतरिक कर्नाटक में 40-50 किमी/घंटा की तेज हवाओं के साथ बिजली कड़कने की आशंका है। स्थानीय लोगों को सलाह है कि वे निचले इलाकों से बचें और बिजली आपूर्ति में व्यवधान के लिए तैयार रहें।
पूर्वोत्तर में होगी भारी बारिश
नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, और त्रिपुरा में आज बादल गरजेंगे और 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है। ओडिशा, पंजाब, पश्चिमी मध्य प्रदेश, और पश्चिमी राजस्थान में भी गरज-चमक के साथ बारिश और तेज हवाओं का दौर रहेगा। IMD ने इन इलाकों में रहने वालों को खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे न रुकने की सलाह दी है।
उत्तर भारत में लू और धूल का डबल अटैक
हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान, और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम का रुख तीखा रहेगा। धूल भरी आंधियां चलने की संभावना है, जो सड़कों पर दृश्यता कम कर सकती हैं। साथ ही, इन इलाकों में लू का कहर भी जारी रहेगा। दिल्ली-एनसीआर में रातें गर्म और उमस भरी रहेंगी, जिसे IMD ने ‘वॉर्म नाइट’ की श्रेणी में रखा है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, और मुजफ्फराबाद में भी लू की चेतावनी है।
गर्मी और उमस का सितम
पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, और कराईकल में गर्म और आर्द्र मौसम लोगों को परेशान करेगा। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा सकता है, और उमस की वजह से बेचैनी बढ़ सकती है। स्थानीय लोगों को हाइड्रेटेड रहने और गर्मी से बचाव के लिए हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी गई है।
समुद्र में तूफानी हलचल
IMD ने समुद्री इलाकों के लिए भी सतर्कता बरतने को कहा है। सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर, और मन्नार की खाड़ी में 45-55 किमी/घंटा की तेज हवाएं चलेंगी, जो 65 किमी/घंटा तक पहुंच सकती हैं। बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में 35-45 किमी/घंटा की हवाएं चलेंगी, जो 55 किमी/घंटा तक जा सकती हैं। मछुआरों को समुद्र में न उतरने की सख्त चेतावनी दी गई है।
क्या रखें सावधानी ?
- भारी बारिश वाले इलाकों में जल निकासी की व्यवस्था करें और निचले इलाकों से बचें।
- बिजली गिरने की आशंका में खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे न रुकें।
- लू और उमस से बचने के लिए ज्यादा पानी पिएं, हल्के कपड़े पहनें, और दोपहर में बाहर निकलने से बचें।
- मछुआरों के लिए समुद्र में न जाने की सलाह, क्योंकि तेज हवाएं खतरा बढ़ा सकती हैं।
मौसम की मार, सतर्कता जरूरी
IMD का यह ताजा अलर्ट देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम के उग्र रूप को दर्शाता है। भारी बारिश, लू, धूल भरी आंधी, और बिजली गिरने की आशंका के बीच स्थानीय प्रशासन को जलभराव, बिजली आपूर्ति, और सड़क यातायात के लिए पहले से तैयार रहने की जरूरत है। मौसम का यह तूफानी मिजाज आपके लिए कितना चुनौतीपूर्ण होगा? सतर्क रहें, सुरक्षित रहें, और अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें!