इन दिनों देश में मौसम का मूड ऐसा है कि पल में तपिश, पल में बरसात! एक दिन भीषण गर्मी और लू आपको बेहाल कर देती है, तो अगले ही पल झमाझम बारिश सुकून ले आती है। लेकिन इस मौसम की आंख मिचौली के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि हम अपनी और अपने परिवार की सेहत का ख्याल कैसे रखें? जलवायु परिवर्तन (Climate Change) की मार के बीच खान-पान से लेकर दिनचर्या तक, हर कदम पर सावधानी बरतना अब जरूरी हो गया है। आइए, जानते हैं कैसे रहें फिट और इस मौसम को करें हिट!
मौसम का बदलता रंग और जलवायु परिवर्तन
मौसम का यह अनिश्चित व्यवहार कोई साधारण बात नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन (क्लाइमेट चेंज) इसकी बड़ी वजह है। ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते तापमान में उतार-चढ़ाव, अनियमित बारिश और मौसमी चक्रों में बदलाव अब आम हो गया है। कभी 40 डिग्री की तपिश तो कभी अचानक मूसलाधार बारिश—ये सब जलवायु परिवर्तन के संकेत हैं। ऐसे में हमें न सिर्फ पर्यावरण की चिंता करनी है, बल्कि अपनी सेहत को भी प्राथमिकता देनी है।
गर्मी में क्या करें, क्या न करें?
जब गर्मी अपने चरम पर हो और लू के थपेड़े चल रहे हों, तो खान-पान में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
- क्या न करें:
- ठंडा पानी, आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक्स का ज्यादा सेवन करने से बचें। ये गले की खराश या पेट की गड़बड़ी का कारण बन सकते हैं।
- भारी, तला-भुना खाना भी गर्मी में पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है।
- बाहर का खाना, खासकर स्ट्रीट फूड, इस मौसम में बैक्टीरिया पनपने की वजह से जोखिम भरा हो सकता है।
- क्या करें:
- खूब पानी पिएं, लेकिन सामान्य तापमान का। नींबू पानी, नारियल पानी या छाछ जैसे पेय सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
- हल्का भोजन जैसे दाल, चावल, खिचड़ी, हरी सब्जियां और फल खाएं।
- मौसमी फल जैसे तरबूज, खरबूजा और आम गर्मी में ताजगी देते हैं।
बारिश में सेहत का ध्यान
जब मौसम सुहाना हो जाए और बारिश की बौछारें शुरू हों, तब भी सतर्कता जरूरी है। बरसात का मौसम नमी और बैक्टीरिया का घर होता है, जो कई बीमारियों को न्योता देता है।
- क्या न करें:
- सड़क पर जमा बारिश के पानी में चलने से बचें, क्योंकि यह डेंगू, मलेरिया या त्वचा रोगों का कारण बन सकता है।
- गीले कपड़े पहनने से बचें, इससे फंगल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ता है।
- तला-भुना या बासी खाना खाने से पेट की गड़बड़ी हो सकती है।
- क्या करें:
- साफ और उबला हुआ पानी पिएं। पानी को उबालकर या RO से फिल्टर करके इस्तेमाल करें।
- अदरक, तुलसी और शहद वाली चाय इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती है।
- बारिश में भी हल्का और ताजा खाना खाएं। पालक, लौकी जैसी सब्जियां और मूंग दाल पचने में आसान हैं।
सेहत के लिए और टिप्स
- व्यायाम और दिनचर्या: गर्मी हो या बारिश, रोजाना हल्का व्यायाम जैसे योग या सैर जरूरी है। सुबह की ताजी हवा में सैर सेहत के लिए रामबाण है।
- इम्यूनिटी बढ़ाएं: विटामिन C से भरपूर फल जैसे संतरा, मौसंबी और आंवला खाएं। हल्दी दूध या काढ़ा भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
- हाइजीन का ध्यान: बारिश में नमी के कारण बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं। हाथ धोना, साफ कपड़े पहनना और घर को सूखा रखना जरूरी है।
- पर्यावरण की चिंता: जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पेड़ लगाएं, प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करें और पानी-बिजली की बचत करें।
मौसम बदले, आप न बदलें
यह मौसम की मार हो या जलवायु परिवर्तन का असर, हमें अपने परिवार और सेहत को प्राथमिकता देनी होगी। सही खान-पान, स्वच्छता और छोटी-छोटी सावधानियां आपको इस मौसमी रंगमंच में फिट और तंदुरुस्त रखेंगी। तो इस बार गर्मी की तपिश और बारिश की फुहारों के बीच अपनी सेहत को बनाएं अपना ढाल, और मौसम का मजा लें बिना किसी डर के!
नोट: सेहत संबंधी सलाह के लिए अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से संपर्क करें।