आज देशभर में कई किसान देसी गायों का पालन कर रहे हैं. देसी गायों का दूध सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन एक बड़ी समस्या ये है कि इन गायों का दूध उत्पादन विदेशी नस्लों के मुकाबले कम होता है. यही वजह है कि कई पशुपालक और डेयरी संचालक दूध बढ़ाने के लिए तरह-तरह के केमिकल्स, इंजेक्शन और सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करने लगे हैं.
हालांकि ये उपाय कभी-कभी काम कर जाते हैं, लेकिन ये महंगे होते हैं और लंबे समय तक गायों की सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं. ऐसे में पुराने देसी नुस्खे फिर से लोगों का ध्यान खींच रहे हैं. ये नुस्खे सस्ते हैं, आसान हैं, और सबसे बड़ी बात गायों के लिए सुरक्षित और फायदेमंद हैं. आइए जानते हैं ऐसे कुछ घरेलू और देसी उपाय, जो दूध उत्पादन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
संतुलित आहार से बढ़ेगा दूध
गायों का दूध तभी बढ़ेगा जब उन्हें अच्छा और संतुलित आहार मिलेगा. सिर्फ सूखा भूसा या केवल हरी घास से काम नहीं चलेगा. देसी गायों को अगर मक्का, बाजरा, ज्वार जैसे अनाज के साथ चोकर और हरी घास दी जाए, तो उन्हें जरूरी प्रोटीन और ऊर्जा मिलती है. इससे गाय का शरीर ताकतवर बनता है और दूध की मात्रा बढ़ती है.
पंचगव्य से गायों का स्वास्थ्य होगा मजबूत
पंचगव्य एक देसी और पारंपरिक मिश्रण है जिसमें गाय का दूध, दही, घी, मूत्र और गोबर मिलाया जाता है. यह मिश्रण गायों को पिलाने से उनका पाचन तंत्र मजबूत होता है और शरीर की अंदरूनी ताकत भी बढ़ती है. जब गाय स्वस्थ रहती है, तो वह स्वाभाविक रूप से ज्यादा दूध देती है.
हर्बल पौधों से मिलेगी अतिरिक्त ताकत
गायों को अगर तुलसी, नीम और गिलोय जैसे औषधीय पत्ते खिलाए जाएं, तो यह उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. इससे गाय बीमार नहीं पड़ती और लगातार अच्छा दूध देती है. साथ ही, दूध की गुणवत्ता में भी सुधार आता है.
गुड़ और नमक का देसी फॉर्मूला
गायों के खाने में थोड़ा सा गुड़ और नमक मिलाना भी बहुत फायदेमंद होता है. यह नुस्खा गांवों में सालों से अपनाया जा रहा है. गुड़ और नमक मिलाने से गाय की भूख बढ़ती है, उसका पाचन अच्छा होता है, और वह ज्यादा दूध देने लगती है.
व्यायाम और पानी से बनेगी ताकत
गाय को हमेशा एक ही जगह बांधकर न रखें. उसे खुले में घूमने दें, थोड़ा चलने-फिरने दें. यह उसके शरीर को फिट रखता है. साथ ही, दिनभर में पर्याप्त मात्रा में साफ पानी देना भी जरूरी है. जब गाय मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहती है, तो दूध भी अच्छे से देती है.
गोबर और मूत्र का सही इस्तेमाल
गाय के गोबर और मूत्र को खेतों में खाद की तरह इस्तेमाल करें. इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी, फसलें अच्छी होंगी और बदले में गायों के लिए बेहतर चारा मिलेगा. यानी पूरा चक्र ही बेहतर होगा ,गाय से खेत और खेत से फिर गाय को फायदा मिलेगा.