उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के पशुपालकों और किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। नंदिनी कृषक समृद्धि योजना के तहत, अब डेयरी व्यवसाय शुरू करने वाले पशुपालकों को 10 स्वदेशी गायों की यूनिट स्थापित करने पर भारी अनुदान दिया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और दुग्ध उत्पादन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देना है।
₹23.60 लाख की लागत पर 50% अनुदान
सुल्तानपुर के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अशोक कुमार तिवारी के अनुसार, मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना की कुल लागत ₹23.60 लाख निर्धारित की गई है। इस पर सरकार की ओर से लाभार्थियों को 50% का अनुदान दिया जाएगा, जो कि ₹11.80 लाख की राशि होगी। यह राशि दो किस्तों में जारी की जाएगी। इस योजना के लिए कुल लागत का 25% हिस्सा लाभार्थी को स्वयं वहन करना होगा, जबकि बाकी 35% धनराशि बैंक से ऋण के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी।
क्या है योजना की पात्रता?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण शर्तें रखी गई हैं:
- गाय की नस्ल: आवेदक को 10 स्वदेशी नस्ल की गायों जैसे साहिवाल, गिर या थारपारकर से डेयरी शुरू करनी होगी।
- खरीद का स्थान: सभी गायों को राज्य के बाहर से खरीदना अनिवार्य है।
- पशु की जानकारी: खरीदी जाने वाली गायों के पास टैग और 3 साल का बीमा होना ज़रूरी है। साथ ही, गाय पहला या दूसरा ब्यांत (lactation) में होनी चाहिए, और डिलीवरी 45 दिनों से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए।
- अनुभव: आवेदक के पास गौपालन का कम से कम 3 साल का अनुभव होना चाहिए, जिसका प्रमाण पत्र संबंधित मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी किया जाएगा।
आवेदन और चयन प्रक्रिया
इच्छुक पशुपालक इस योजना के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://nandbabadugdhmission.up.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए लाभार्थियों का चयन लॉटरी सिस्टम के ज़रिए किया जाएगा। इस वित्तीय वर्ष में कुल 2 यूनिट स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह पहल उन किसानों के लिए एक बेहतरीन अवसर है जो अपनी आय का एक स्थायी स्रोत बनाना चाहते हैं।





