जब लगन, प्रयोग और कड़ी मेहनत एक साथ मिलते हैं, तो असाधारण सफलता निश्चित होती है। यह बात उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के रामनगर विकासखंड के मेहनती किसान जय सिंह ने सच कर दिखाई है। उन्हें उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2025 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों ‘सर्वश्रेष्ठ बागबान’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जय सिंह की यह उपलब्धि सिर्फ एक सम्मान नहीं, बल्कि पारंपरिक खेती में आधुनिक तकनीकों के समावेश से होने वाले अभूतपूर्व विकास का प्रतीक है।
परंपरा और आधुनिकता का संगम: जय सिंह की सफलता की कहानी
किसान जय सिंह ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और नवाचार के दम पर आम उत्पादन को एक नई दिशा दी है। उन्होंने केवल पारंपरिक तरीकों पर निर्भर न रहते हुए, खेती में आधुनिक तकनीकों और वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाया। उनकी प्रयोगधर्मिता का परिणाम यह रहा कि उनके खेतों में आम की उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
जय सिंह की इस सफलता को उद्यान विभाग ने गंभीरता से संज्ञान लिया। जिला उद्यान निरीक्षक अनिल सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जय सिंह की कार्यशैली और उनके द्वारा प्राप्त किए गए परिणामों के आधार पर ही उन्हें राज्य स्तर पर इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना गया। अनिल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया यह पुरस्कार भविष्य में अन्य किसानों के लिए भी एक बड़ी प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जिससे वे भी अपनी खेती में नए प्रयोग करने और अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
आम की मिठास में विकास का स्वाद: राज्य सरकार का किसानों के प्रति समर्पण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जय सिंह को सम्मानित करना राज्य सरकार की किसानों के प्रति प्रतिबद्धता और उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने की नीति को दर्शाता है। यह सम्मान केवल जय सिंह का नहीं, बल्कि उन सभी किसानों की मेहनत और समर्पण का प्रतीक है, जो नवाचार के रास्ते पर चलकर अपनी और राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को समृद्ध कर रहे हैं। जय सिंह की सफलता की कहानी यह संदेश देती है कि सही मार्गदर्शन और प्रयोग के साथ किसान अपनी फसल की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में सुधार कर सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और वे वास्तव में देश के विकास में अपना योगदान दे पाएंगे।