बीकानेर, राजस्थान: किसानों के हितों की रक्षा के लिए कमर कस चुके राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने शनिवार देर रात्रि बीकानेर में एक बड़े अभियान को अंजाम दिया। समता नगर स्थित एक नकली फर्टिलाइजर के गोदाम पर उन्होंने औचक छापा मारा, जहाँ गोदारा एग्रो इंडस्ट्रीज नामक कंपनी के एक बड़े खेल का भंडाफोड़ हुआ। बायोस्टुमलेंट के नाम पर चल रहे इस गोदाम से 468 क्विंटल प्रतिबंधित और नकली फर्टिलाइजर की भारी खेप जब्त की गई, जिसकी अनुमानित कीमत कई करोड़ रुपए बताई जा रही है। यह खेप गुजरात से बीकानेर पहुँचाई गई थी।
नकली खाद से किसानों की जमीन को बंजर करने की साजिश
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इस छापेमारी के बाद बताया कि यह फर्टिलाइजर न केवल पूरी तरह से प्रतिबंधित है, बल्कि इसके उपयोग से किसानों की जमीन बंजर हो सकती है और उनकी फसलों को भारी नुकसान पहुँच सकता है। उन्होंने खुलासा किया कि इस नकली माल को ‘इफको’ और ‘सागरिका’ जैसे प्रसिद्ध और विश्वसनीय ब्रांडों के नाम से फर्जी लेबल लगाकर बेचा जा रहा था, ताकि किसान भ्रमित होकर इसे खरीद लें।
मंत्री मीणा ने जानकारी दी कि जैसे ही इस संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली, कृषि विभाग की टीम को तुरंत अलर्ट किया गया और बीकानेर की इस फैक्ट्री पर छापा मारा गया। मौके से भारी मात्रा में प्रतिबंधित खाद बरामद हुआ। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। जब्त किए गए संदिग्ध उत्पादों के नमूने परीक्षण के लिए भेज दिए गए हैं, ताकि उनकी गुणवत्ता और संरचना की पुष्टि की जा सके।
राज्यभर में नकली खाद-बीज के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति
यह उल्लेखनीय है कि कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पिछले कई महीनों से पूरे राजस्थान में नकली खाद, बीज और कीटनाशकों की बिक्री के खिलाफ एक व्यापक अभियान चला रहे हैं। उनके नेतृत्व में इससे पहले कोटा, झुंझुनूं, नागौर, भरतपुर और श्रीगंगानगर जैसे जिलों में भी ऐसी ही बड़ी कार्रवाइयाँ की गई हैं। इन सभी मामलों में नकली खाद और बीजों के बड़े-बड़े गोदामों का पर्दाफाश किया गया है और दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, जिससे किसानों को होने वाले आर्थिक और कृषि संबंधी नुकसान को रोका जा सके।
मंत्री मीणा ने सख्त लहजे में कहा कि राज्य सरकार किसान विरोधी तत्वों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपना रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी व्यक्ति किसानों को किसी भी प्रकार से नुकसान पहुँचाने का प्रयास करेगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नकली उर्वरक, बीज और कीटनाशक की बिक्री करने वालों के लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाएंगे और उन्हें सीधे जेल भेजा जाएगा।
कृषि मंत्री ने प्रदेश के सभी किसानों से अपील की है कि वे उर्वरक और बीज खरीदते समय अत्यधिक सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि किसानों को हमेशा ब्रांड, बैच नंबर, निर्माण और समाप्ति तिथि, लाइसेंस नंबर और गुणवत्ता प्रमाण पत्र जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ अवश्य जांचनी चाहिए। मंत्री ने किसानों को यह भी सलाह दी है कि किसी भी संदिग्ध खाद या बीज की सूचना तुरंत कृषि विभाग या स्थानीय पुलिस को दें, ताकि ऐसे अवैध धंधों पर लगाम लगाई जा सके और किसानों को धोखाधड़ी से बचाया जा सके।